पति और पत्नी यह दोनों एक ही गाड़ी के दो पहिये है जिसका साथ में चलना बहुत ही अनिवार्य है|…
हर घर में पति-पत्नी के बीच किसी ना किसी बात पर संघर्ष और मनमुटाव चलते ही रहता है जिसके कारण घर का वातावरण भी तनावपूर्ण हो जाता है| इसका प्रभाव घर में रहने वाले अन्य सदस्यों पर भी पड़ता है और खासकर बच्चे भी इससे बहुत ही प्रभावीत होते है| पूज्य दादा भगवान खुद भी विवाहित थे पर अपने सम्पूर्ण आयुष्यकाल में उनका अपनी पत्नी के साथ कभी भी किसी भी बात को लेकर विवाद खड़ा नहीं हुआ| अपनी किताब, ‘पति पत्नी का दिव्य व्यवहार’ में दादाजी हमें अपने विवाह जीवन को आदर्श किस तरह बनाये, इससे संबंधित बहुत सारी चाबियाँ देते है|अपने अनुभवों और ज्ञान के साथ, लोगो द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब में दादाजी ने बहुत सारी अच्छी बाते कही है, जिसका पालन करने से पति और पत्नी एक दूसरे के साथ सामजस्य के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार कर सकेंगे|
Famille et relations familiales , Voyages et géographie
Audio avec voix de synthèse, Braille automatisé
क्या आप पहली नज़र में होने वाले प्यार में यकीन रखते हैं? एक आकर्षक और दिलचस्प लड़के से मिलकर आदेला…
की बोरिंग ज़िन्दगी बदल जाती है। अपने प्यार का इज़हार करना भी वह उसी से सीखती है। पर जल्द ही आदेला को यह एहसास हो जाता है कि ज़िन्दगी सरप्राइज़िस का दूसरा नाम है... और यह भी कि यह ज़रूरी नहीं कि वे सरप्राइज़िस हमेशा अच्छे ही हो। ऐसे में, “फॉरएवर” और वक़्त जैसे शब्दों के मतलब ही बदल जाते हैं। आदेला की प्रेम कहानी कुछ “हटकर” होगी। एक निराशाजनक पहली डेट और कई अड़चनों के बाद उसकी लव स्टोरी का आगाज़ होगा। कुछ महीनों बाद, अपनी ज़िन्दगी के एक नये पड़ाव में उसे एक ऐसी स्थिति का सामना करना होगा, जिससे उसका पाला पहले कभी नहीं पड़ा... एक ऐसी स्थिति, जो अपनी ज़िन्दगी को बदल कर रख देने वाले फैसले लेने पर उसे मजबूर कर देगी। आदेला को यह एहसास होगा कि प्यार में कोई सीमाएं नहीं होती, और यह कि अगर आपक�